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उत्तराखंड में आग बुझाने के दौरान 4 वनकर्मियों की मौत

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उत्तराखंड में आग बुझाने के दौरान 4 वनकर्मियों की मौत

पिछले महीने अल्मोड़ा जिले में एक रेजिन फैक्ट्री जंगल की आग की चपेट में आ गई थी। (प्रतिनिधि)

देहरादून:

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में सिविल सोयम वन प्रभाग के अंतर्गत बिनसर वन्यजीव अभयारण्य में आग बुझाने के दौरान चार वनकर्मियों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान बिनसर रेंज के वन ‘बीट’ अधिकारी त्रिलोक सिंह मेहता, ‘फायर वॉचर’ करण आर्य, प्रांतीय सशस्त्र बल के जवान पूरन सिंह और दिहाड़ी मजदूर दीवान राम के रूप में हुई है।

सिविल सोयम वन प्रभागीय अधिकारी ध्रुव सिंह मार्तोलिया के अनुसार, यह घटना अपराह्न करीब 3.45 बजे हुई, जब आठ वनकर्मियों को बिनसर वन्यजीव अभयारण्य में लगी आग बुझाने के लिए भेजा गया था।

मार्तोलिया ने बताया कि जैसे ही टीम अपने वाहन से उतरी, तेज हवाओं के कारण आग और भड़क गई और चार मजदूर झुलस गए। इस बीच, अन्य मजदूर घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए हल्द्वानी बेस अस्पताल ले जाया गया।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “बिनसर वन्यजीव अभयारण्य में जंगल की आग के कारण 4 वनकर्मियों की मृत्यु का अत्यंत हृदय विदारक समाचार प्राप्त हुआ है। दुख की इस घड़ी में हमारी सरकार मृतकों के परिवारों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रत्येक मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की घोषणा की गई है।” उन्होंने कहा, “मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और मुख्य वन संरक्षक (एचओएफएफ) के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में बिनसर वन्यजीव अभयारण्य में जंगल की आग को तुरंत वायुसेना की मदद से नियंत्रित करने, पहले की तरह हेलीकॉप्टर और अन्य आवश्यक संसाधनों का उपयोग करके प्रभावित वन क्षेत्र पर पानी का छिड़काव करने और आग पर जल्द से जल्द काबू पाने के निर्देश दिए गए हैं।”

मुख्यमंत्री के विशेष सचिव श्री पराग मधुकर धकाते ने बताया कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

पिछले महीने अल्मोड़ा जिले में एक रेजिन फैक्ट्री जंगल में आग की चपेट में आ गई थी और आग बुझाने की कोशिश कर रहे तीन श्रमिकों की मौत हो गई थी।

गर्म और शुष्क मौसम के कारण उत्तराखंड में जंगल की आग फिर भड़कने लगी है। उत्तराखंड वन अग्नि बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में सात घटनाएं सामने आईं, जिनमें 4.50 हेक्टेयर जंगल प्रभावित हुआ।

(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)



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