यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) देशभर में विभिन्न केंद्रों पर सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2024 आयोजित कर रहा है, जिसमें लाखों छात्र शामिल हो रहे हैं। पहला सत्र सुबह 9 बजे शुरू हुआ, जबकि दूसरा सत्र दोपहर 2 बजे शुरू होगा।
यह परीक्षा पहले 26 मई को होनी थी, लेकिन हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों के कारण इसमें देरी हो गई। यह परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य सेवाओं में अधिकारियों के चयन की प्रक्रिया का पहला चरण है।
यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024: परीक्षार्थियों की सुगम यात्रा की व्यवस्था
बड़ी संख्या में उम्मीदवारों को समायोजित करने के लिए, विभिन्न राज्य परिवहन विभागों ने सुगम यात्रा की सुविधा के लिए उपाय लागू किए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल सेवाएं सुबह 6 बजे शुरू हुईं। नमो भारत ट्रेन सेवाएं भी सुबह 6 बजे शुरू हुईं और रात 10 बजे तक उपलब्ध रहेंगी। इसके अतिरिक्त, कोलकाता मेट्रो ने दक्षिणेश्वर-न्यू गरिया कॉरिडोर (ब्लू लाइन) पर अपनी सेवाओं को बढ़ाकर 138 ट्रिप (प्रत्येक दिशा में 69) कर दिया है।
यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024: आवश्यक दिशानिर्देश
परीक्षार्थियों को उत्तर कुंजी भरने के लिए काले बॉलपॉइंट पेन का उपयोग करना आवश्यक है। परीक्षा हॉल और केंद्रों में बैग, मोबाइल फोन, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक घड़ियाँ और ब्लूटूथ/आईटी डिवाइस जैसी चीज़ें ले जाना प्रतिबंधित है।
ई-एडमिट कार्ड परीक्षा स्थल पर प्रस्तुत किया जाना चाहिए; इसके बिना, उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, उम्मीदवारों को प्रत्येक सत्र के लिए अपने ई-एडमिट कार्ड पर सूचीबद्ध फोटो आईडी कार्ड लाना होगा। यदि ई-एडमिट कार्ड में कोई विसंगतियां हैं, तो उम्मीदवारों को तुरंत uscsp-upsc@nic.in पर ईमेल के माध्यम से आयोग से संपर्क करना चाहिए। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा हॉल में मोबाइल फोन, स्मार्ट/डिजिटल घड़ियाँ, अन्य आईटी गैजेट, किताबें और बैग न लाएँ।
यूपीएससी सीएसई मेन्स 2024 परीक्षा 20 सितंबर से शुरू होकर पांच दिनों तक आयोजित होने वाली है।
सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा संरचना
- सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा में दो वस्तुनिष्ठ प्रकार (बहुविकल्पीय) प्रश्नपत्र होते हैं। ये प्रश्नपत्र सामूहिक रूप से अधिकतम 400 अंक के होते हैं, जिनमें भाग II के उप-भाग (A) में उल्लिखित विषय शामिल होते हैं।
- यह परीक्षा एक स्क्रीनिंग टेस्ट के रूप में कार्य करती है। सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों द्वारा सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा में प्राप्त अंक उनकी अंतिम योग्यता सूची में नहीं गिने जाएंगे।
योग्यता मानदंड
आयोग प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन पेपर-II में 33% के न्यूनतम अर्हक अंक तथा आयोग द्वारा निर्धारित सामान्य अध्ययन पेपर-I में कुल अर्हक अंकों के आधार पर सिविल सेवा (प्रधान) परीक्षा के लिए अर्हक उम्मीदवारों की सूची तैयार करेगा।
गलत उत्तरों के लिए नकारात्मक अंकन
गलत उत्तरों के लिए नकारात्मक अंकन होगा, जो इस प्रकार है:
- प्रत्येक प्रश्न में चार विकल्प हैं। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए उस प्रश्न के लिए निर्धारित अंकों में से एक-तिहाई (0.33) अंक काट लिए जाएंगे।
- यदि कोई अभ्यर्थी एक से अधिक उत्तर देता है तो उसे गलत माना जाएगा तथा उस पर भी यही दंड लागू होगा।
- खाली छोड़े गए प्रश्नों पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाएगा।
सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा संरचना:
- सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा में एक लिखित परीक्षा और एक साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण शामिल है।
- लिखित परीक्षा में नौ पारंपरिक निबंध-प्रकार के पेपर होते हैं, जिनमें से दो पेपर अर्हक प्रकृति के होते हैं।
- सभी अनिवार्य पेपर (पेपर-I से पेपर-VII) और साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण के अंक रैंकिंग के लिए गिने जाएंगे।
साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण
- जो अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिखित भाग में आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम अर्हक अंक प्राप्त करेंगे, उन्हें साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण के लिए बुलाया जाएगा।
- साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण के लिए आमंत्रित उम्मीदवारों की संख्या रिक्तियों की संख्या से लगभग दोगुनी होगी।
- साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण 275 अंकों का होता है, जिसमें कोई न्यूनतम अर्हता अंक नहीं होता।