Jaipur:
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचारक इंद्रेश कुमार ने कहा है कि सत्तारूढ़ पार्टी बहुमत से चूक गई, क्योंकि उसमें अहंकार की भावना हावी हो गई थी और भारत ब्लॉक राम विरोधी होने के कारण दूसरे नंबर पर आ गया।
जयपुर के पास कानोता में गुरुवार को ‘रामरथ अयोध्या यात्रा दर्शन पूजन समारोह’ कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा, “जिस पार्टी ने भगवान राम की भक्ति की और अहंकारी हो गई, वह 241 पर रुक गई, हालांकि, यह सबसे बड़ी पार्टी बन गई।”
उन्होंने इंडिया ब्लॉक का जिक्र करते हुए कहा, “और जिन लोगों की राम में कोई आस्था नहीं थी, उन्हें 234 पर रोक दिया गया।”
उन्होंने आगे कहा, “लोकतंत्र में रामराज्य का विधान देखिए, जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन धीरे-धीरे अहंकारी हो गए, सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे, लेकिन जो वोट और ताकत उन्हें मिलनी चाहिए थी, वो अहंकार के कारण भगवान ने रोक दी।”
उन्होंने कहा, “इसके अलावा, राम का विरोध करने वालों में से किसी को भी सत्ता नहीं दी गई। उन सभी को एक साथ नंबर दो बना दिया गया।”
यह बयान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के कुछ दिन पहले दिए गए बयान के बाद आया है। भागवत ने कहा था कि एक सच्चे ‘सेवक’ को अहंकार के बिना लोगों की सेवा करनी चाहिए और गरिमा बनाए रखनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “जो लोग राम की प्रार्थना करते हैं, उन्हें विनम्र होना चाहिए… भगवान राम भेदभाव नहीं करते और दंड नहीं देते। राम सभी को न्याय देते हैं। वह सभी को देते हैं और देते रहेंगे। भगवान राम हमेशा न्यायप्रिय थे और आगे भी न्यायप्रिय रहेंगे।”
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)